ईश्वर का प्रमाण
- Vivek Pathak

- 25 नव॰ 2022
- 1 मिनट पठन
राह चलते जब, किसी की झलक आँखों में बस जाये l
यूँ ही किसी का गुनगुनाना, कानों में मिठास भर जाये l
आँसू हो किसी की आँखों में, और दिल तुम्हारा पिघल जायेl
तुम्हारी जीत हो फिर भी किसी की हार का ग़म,
तुम्हें नम कर जाये l
किसी के गिरने में हो, तुम्हें भी उसकी चोट का अहसास l
किसी की हंसी तुम्हारे दर्द को कम कर जाये l
न हो कुछ तुम्हारे पास देने को फिर भी, देखकर तुम्हारी आंखें माँगने वाला शुक्रिया कर जाये l
तो ज़रूरी नहीं है साहब, ये ईश्क़ ही हो,
एक इंसान होने की निशानी भी है ये l
तुममें ईश्वर के होने का प्रमाण भी है ये l
विवेक गोपाल कृष्ण पाठक














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