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माँ !! तुम मुझसे क्यों लड़ती हो?

अपडेट करने की तारीख: 29 जुल॰

माँ !! तुम मुझसे क्यों लड़ती हो?-2

हाँ, पर गिरता हूँ तो हाथ भी पकड़ती हो l

माँ !! फिर तुम मुझसे क्यों लड़ती हो?


मेरे लिए एक तुम ही हो, पर मैं तो अकेला नहीं तेरा, -2

इसलिए शायद, बाक़ियों से मेरी तुलना करती हो l

तुमने बनाया, तुमने पढ़ाया,

तुम ही दुलार भी करती हो l

माँ !! फिर तुम मुझसे क्यों लड़ती हो?


मैं तो नहीं हनुमान सा, कि चीर छाती बता सकूँ, -2

कि तुम मेरे लिए क्या मायने रखती हो l

माँ !! तुम मुझसे क्यों लड़ती हो?


जिनमें दिखते थे ईश्वर मुझे, वो तो अब रहे नहीं,-2

माँ !!ओ मेरी माँ !! क्या मेरे लिए तुम,

पिता भी बन सकती हो?


विवेक गोपाल कृष्ण पाठक




 
 
 

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